ब्‍लड प्रेशर श्रृंखला-2: ये तथ्‍य जानने की जरूरत है

ब्‍लड प्रेशर श्रृंखला-2: ये तथ्‍य जानने की जरूरत है

सेहतराग टीम

ब्‍लड प्रेशर प्रश्‍नोत्‍तरी का पहला हिस्‍सा हमने कुछ दिन पहले सेहतराग पर डाला था। अब हम इसका दूसरा हिस्‍सा आपके सामने रख रहे हैं ताकि आप ब्‍लड प्रेशर से संबंधित अपनी जानकारी में और इजाफा कर पाएं। यह प्रश्‍नोत्‍तरी डॉक्‍टर जी.डी. थापड़ की पुस्‍तक ब्‍लड प्रेशर और स्‍वस्‍थ जीवन से साभार ली गई है।

प्रश्‍न: क्‍या ब्‍लड प्रेशर संक्रामक होता है?

उत्‍तर: जी नहीं, ब्‍लड प्रेशर बिलकुल संक्रामक नहीं होता है।

प्रश्‍न: हाई ब्‍लड प्रेशर के प्रतिकूल प्रभाव क्‍या होते हैं?

उत्‍तर: हाई बीपी के कारण एंजाइना, दिल का दौरा, मष्तिष्‍काघात यानी स्‍ट्रोक, आंख व गुर्दे खराब हो जाना जैसी समस्‍याएं हो सकती हैं।

प्रश्‍न: हाई ब्‍लड प्रेशर के इलाज में कितने महीने लगते हैं?

उत्‍तर: जब तक कि दूसरी बीमारियों के कारण हाई ब्‍लड प्रेशर, जो कि सामान्‍य तौर पर बड़ा मामला नहीं है, नहीं होता, इसका कोई इलाज नहीं है। हां, हाई बीपी को नियंत्रण में रखा जा सकता है और दवाइयों के सहारे पूरी जिंदगी आराम से रहा जा सकता है।

प्रश्‍न: इस कब तक नियंत्रण में रखा जाना जरूरी है?

उत्‍तर: किसी भी गंभीर स्थि‍ति या गंभीर बीमारियों से बचाव के लिए इसे पूरी जिंदगी नियंत्रण में रखना जरूरी है।

प्रश्‍न: अल्‍कोहल (शराब) ब्‍लड प्रेशर पर किस प्रकार प्रभाव डालता है?

उत्‍तर: शराब की थोड़ी मात्रा ब्‍लड प्रेशर को कम रखती है मगर रोजाना अत्‍यधिक मात्रा में शराब का सेवन हाई ब्‍लड प्रेशर को बिगाड़ देता है और कुप्रभावों को जन्‍म देता है।

प्रश्‍न: धूम्रपान ब्‍लड प्रेशर पर किस तरह असर डालता है?

उत्‍तर: यूं तो धूम्रपान सिर्फ अस्‍थायी तौर पर ही ब्‍लड प्रेशर को बढ़ाता है मगर यह दिल एवं हाई ब्‍लड प्रेशर के लिए एक गंभीर और खतरनाक कारक है। इसके साथ फेफड़ों के कैंसर जैसी गंभीर बीमारी भी जुड़ी है। इसलिए हाई ब्‍लड प्रेशर वालों को धूम्रपान बंद कर देनी चाहिए।

प्रश्‍न: क्‍या ऐसी दवाइयां हैं जो हाई ब्‍लड प्रेशर का कारण बनती हैं?

उत्‍तर: जी हां, कॉर्टीकास्‍टेरिऑइस ऐसी दवा है। इसके अलावा गर्भ निरोध के लिए खाई जाने वाली दवाएं भी ब्‍लड प्रेशर का कारण बन सकती हैं।

प्रश्‍न: क्‍या ब्‍लड प्रेशर के कारण मनोवैज्ञानिक अथवा व्‍यक्तित्‍व संबंधी बदलाव देखने को मिल सकते हैं?

उत्‍तर: ब्‍लड प्रेशर अपने आप परिवर्तनों का कारण नहीं बनता है मगर यदि मस्‍त‍िष्‍क की धमनियों में खून के छोटे थक्‍के पाए जाते हैं तो ये हाई ब्‍लड प्रेशर को जन्‍म देते हैं और इस प्रकार के परिवर्तन आ सकते हैं।

प्रश्‍न: क्‍या हाई ब्‍लड प्रेशर के मरीजों को अपनी गतिविधियां बंद कर देनी चाहिए?

उत्‍तर: यदि ब्‍लड प्रेशर पूरी तरह नियंत्रण में है तो संत‍ुलित शारीरिक गतिविधियां फायदेमंद होती हैं। शारीरिक गतिविधियां रोकने की जरूरत सिर्फ तभी होती है जब ब्‍लड प्रेशर अनियमित रूप से काफी ज्‍यादा बढ़ जाता है या फि‍र दिल के दौरे जैसी कोई समस्‍या हो जाती है।

प्रश्‍न: हाई ब्लड प्रेशर में यौन क्रिया करने पर क्‍या किसी तरह का कोई प्रतिबंध है?

उत्‍तर: यदि ब्‍लड प्रेशर नियंत्रण में है तो किसी तरह की कोई रोक नहीं की आवश्‍यकता नहीं है। उलटे संभोग तनाव दूर करने में सहायक होता है। हालांकि यदि दिल के रोगों से संबंधित समस्‍याएं हों तो च‍िक‍ित्‍सक की सलाह से फैसला लें।

प्रश्‍न: हाई ब्‍लड प्रेशर की दवाएं लेते समय कौन-कौन सी सावधानियां रखनी चाहिए?

उत्‍तर: पहला, अचानक दवा बंद मत कीजिए। दवा की नियमित खुराक लेना न भूलें। जब भी इलाज बदला गया हो तो पहली खुराक लेते समय सतर्क रहें क्‍योंकि हो सकता है कि नई दवा के कारण बीपी बहुत अधिक नीचे न गिर जाए। यदि काफी कमजोरी, हताशा, डरावने सपने आना या सेक्‍स संबंधी कमजोरी महसूस हो तो दवा या उसकी खुराक बदलने के लिए तुरंत अपने डॉक्‍टर से संपर्क करें।

ब्‍लड प्रेशर से संबंधि‍त इस प्रश्‍नोत्‍तरी का पहला हिस्‍सा आप नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करके पढ़ सकते हैं:

ब्‍लड प्रेशर: ये तथ्‍य जानने की जरूरत है

यह प्रश्‍नोत्‍तरी डॉक्‍टर जी.डी. थापड़ की पुस्‍तक ‘ब्‍लड प्रेशर और स्‍वस्‍थ जीवन’ से साभार। पुस्‍तक प्रभात प्रकाशन की वेबसाइट www.hindibooks.org से मंगाई जा सकती है

Disclaimer: sehatraag.com पर दी गई हर जानकारी सिर्फ पाठकों के ज्ञानवर्धन के लिए है। किसी भी बीमारी या स्वास्थ्य संबंधी समस्या के इलाज के लिए कृपया अपने डॉक्टर की सलाह पर ही भरोसा करें। sehatraag.com पर प्रकाशित किसी आलेख के अाधार पर अपना इलाज खुद करने पर किसी भी नुकसान की जिम्मेदारी संबंधित व्यक्ति की ही होगी।